Translations:Zadkiel and Holy Amethyst/12/hi: Difference between revisions

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आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं जबकि आपकी ज़िन्दगी की लौ धीरे धीरे बुझती जा रही है ? आप वायलेट फ्लेम का इस्तेमाल कर के अपने शरीर को स्फूर्ति प्रदान कर सकते हैं। क्या आपको लगता है की ईश्वर आपके शरीर के अणुओं और कोशिकाओं को पुनः सक्रिय कर सकते हैं? ईश्वर आपके पूरे शरीर को वायलेट फ्लेम से नहला कर आपको शाश्वत यौवन की दीप्ति दे सकते हैं!<ref>अमेथिस्ट, ६ दिसंबर १९६०, एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट द्वारा कही “Saint Germain’s Prophecy for the Aquarian Age,” २ मार्च १९९६. </ref></blockquote>
<blockquote>आप क्यों और किसका इंतज़ार कर रहे हैं जबकि आपकी ज़िन्दगी की लौ धीरे धीरे बुझती जा रही है? आप वायलेट लौ के दिव्य आदेशों का आह्वाहन करके आप अपने शरीर को स्फूर्ति प्रदान कर सकते हैं। क्या आपको लगता है कि ईश्वर आपके शरीर के अणुओं और कोशिकाओं को पुनः सक्रिय करने में असमर्थ हैं? वह आपके पूरे शरीर को वायलेट लौ से नहला कर आपको शाश्वत यौवन प्रदान कर सकते हैं!<ref>अमेथिस्ट, ६ दिसंबर १९६०, एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट द्वारा कही “Saint Germain’s Prophecy for the Aquarian Age,” २ मार्च १९९६.</ref></blockquote>

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Message definition (Zadkiel and Holy Amethyst)
<blockquote>Why will you wait while the candle of your life burns low? You can recharge your body with the violet flame. Do you think that God is incapable of vitalizing the atoms, the molecules and the cells of your body? He can flood them with violet fire and give you the glow of eternal youth!<ref>Holy Amethyst, December 31, 1960, quoted by Elizabeth Clare Prophet, “Saint Germain’s Prophecy for the Aquarian Age,” March 2, 1996.</ref></blockquote>

आप क्यों और किसका इंतज़ार कर रहे हैं जबकि आपकी ज़िन्दगी की लौ धीरे धीरे बुझती जा रही है? आप वायलेट लौ के दिव्य आदेशों का आह्वाहन करके आप अपने शरीर को स्फूर्ति प्रदान कर सकते हैं। क्या आपको लगता है कि ईश्वर आपके शरीर के अणुओं और कोशिकाओं को पुनः सक्रिय करने में असमर्थ हैं? वह आपके पूरे शरीर को वायलेट लौ से नहला कर आपको शाश्वत यौवन प्रदान कर सकते हैं![1]

  1. अमेथिस्ट, ६ दिसंबर १९६०, एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट द्वारा कही “Saint Germain’s Prophecy for the Aquarian Age,” २ मार्च १९९६.