Translations:Kuan Yin/5/hi: Difference between revisions

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सदियों से कुआन यिन ने [[Special:MyLanguage/bodhisattva|बोधिसत्व]] की अपनी भूमिका में महायान बौद्ध धर्म के महान आदर्श को चित्रित किया है। बोधिसत्व यानि कि "आत्मज्ञान से भरपूर प्राणी", जिसे [[Special:MyLanguage/Buddha|बुद्ध]] बनना था पर जिसने भगवन के बच्चों की खातिर अपने [[Special:MyLanguage/nirvana|निर्वाण]] का त्याग कर दिया। कुआन यिन ने पृथ्वी एवं उसके सौर मंडल के जीवों के उत्थान हेतु, उन्हें दिव्यगुरूओं द्वारा दिया गया ज्ञान देने के लिए बोधिसत्व होने के व्रत लिया है।
सदियों से कुआन यिन ने [[Special:MyLanguage/bodhisattva|बोधिसत्व]] की अपनी भूमिका में महायान बौद्ध धर्म के महान आदर्शों को चित्रित किया है। बोधिसत्व यानि कि "आत्मज्ञान से भरपूर प्राणी", जिसे [[Special:MyLanguage/Buddha|बुद्ध]] बनना था पर जिसने भगवन के बच्चों की खातिर अपने [[Special:MyLanguage/nirvana|निर्वाण]] का त्याग कर दिया। कुआन यिन ने पृथ्वी एवं उसके सौर मंडल के जीवों के उत्थान हेतु, उन्हें दिव्यगुरूओं द्वारा दिया गया ज्ञान देने के लिए बोधिसत्व होने के व्रत लिया है।

Latest revision as of 14:08, 9 June 2024

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Message definition (Kuan Yin)
For centuries, Kuan Yin has epitomized the great ideal of Mahayana Buddhism in her role as [[bodhisattva]]—literally “a being of bodhi, or enlightenment,” who is destined to become a [[Buddha]] but has foregone the bliss of [[nirvana]] with a vow to save all children of God. Kuan Yin has taken the bodhisattva vow to work with the evolutions of this planet and this solar system to show them the way of the teachings of the ascended masters.

सदियों से कुआन यिन ने बोधिसत्व की अपनी भूमिका में महायान बौद्ध धर्म के महान आदर्शों को चित्रित किया है। बोधिसत्व यानि कि "आत्मज्ञान से भरपूर प्राणी", जिसे बुद्ध बनना था पर जिसने भगवन के बच्चों की खातिर अपने निर्वाण का त्याग कर दिया। कुआन यिन ने पृथ्वी एवं उसके सौर मंडल के जीवों के उत्थान हेतु, उन्हें दिव्यगुरूओं द्वारा दिया गया ज्ञान देने के लिए बोधिसत्व होने के व्रत लिया है।