Mental body/hi: Difference between revisions
No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
||
| (7 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
| Line 1: | Line 1: | ||
<languages /> | <languages /> | ||
मनुष्य के [[Special:MyLanguage/four lower bodies|चार | मनुष्य के [[Special:MyLanguage/four lower bodies|चार निम्न शरीरों]] (four lower bodies) में से एक जो वायु तत्व को दर्शाता है। यह [[Special:MyLanguage/Matter|पदार्थ]] (Matter) का दूसरा चतुर्थांश है। यह वही शरीर है जिसका उद्देश्य ईश्वर के मन या चैतन्य मन का वाहन बनना है। "यह [सार्वभौमिक] मन [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] में था और इसे आप अपने में भी रखिये।"<ref>Phil। २:५.</ref> | ||
जब तक यह शरीर जागृत/सक्रिय (quickened) नहीं हो जाता, तब तक यह भौतिक शरीर [[Special:MyLanguage/carnal mind|कामनात्मक मन]] (carnal mind) का वाहन बना रहता है। इसी कारण इसे प्रायः निम्न मानसिक शरीर (lower mental body) कहा जाता है। | |||
इसके विपरीत उच्च मानसिक शरीर (Higher Mental Body) होता है, जो [[Special:MyLanguage/Christ Self|स्व-चेतना]] या [[Special:MyLanguage/Christ consciousness|आत्मिक चेतना]] का ही पर्याय (synonym) है। | |||
== | <span id="See_also"></span> | ||
== इसे भी देखिये == | |||
[[ | [[Special:MyLanguage/four lower bodies|चार निम्न शरीर]] (four lower bodies) | ||
== | <span id="Sources"></span> | ||
== स्रोत == | |||
{{SGA}} | {{SGA}} | ||
<references /> | <references /> | ||
Latest revision as of 08:48, 19 December 2025
मनुष्य के चार निम्न शरीरों (four lower bodies) में से एक जो वायु तत्व को दर्शाता है। यह पदार्थ (Matter) का दूसरा चतुर्थांश है। यह वही शरीर है जिसका उद्देश्य ईश्वर के मन या चैतन्य मन का वाहन बनना है। "यह [सार्वभौमिक] मन ईसा मसीह में था और इसे आप अपने में भी रखिये।"[1]
जब तक यह शरीर जागृत/सक्रिय (quickened) नहीं हो जाता, तब तक यह भौतिक शरीर कामनात्मक मन (carnal mind) का वाहन बना रहता है। इसी कारण इसे प्रायः निम्न मानसिक शरीर (lower mental body) कहा जाता है। इसके विपरीत उच्च मानसिक शरीर (Higher Mental Body) होता है, जो स्व-चेतना या आत्मिक चेतना का ही पर्याय (synonym) है।
इसे भी देखिये
चार निम्न शरीर (four lower bodies)
स्रोत
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation
- ↑ Phil। २:५.