Christ consciousness/hi: Difference between revisions

From TSL Encyclopedia
(Created page with "आत्मिक चेतना")
 
No edit summary
 
(17 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
<languages />
<languages />
The consciousness or awareness of the self in and as the [[Christ]]; the attainment of a level of consciousness commensurate with that which was realized by [[Jesus]], the Christ. The Christ consciousness is the realization within the soul of that Mind which was in Christ Jesus.<ref>Phil. 2:5.</ref> It is the attainment of the balanced action of Power, Wisdom, and Love—of Father, Son, and Holy Spirit—and the purity of the Mother through the balanced [[threefold flame]] within the heart. It is Faith perfected in the desire to do God’s Will, Hope in the salvation of Christ Jesus by the path of his righteousness performed in us, and Charity’s excellence in purest Love of giving and receiving in the Lord.
[[Special:MyLanguage/Christ|आत्मा]] में और उसके रूप में स्वयं की ईश्वरीय चेतना या जागरूकता; मनुष्य का आत्मिक चेतना के उस स्तर पर पहुँचना जहाँ [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] पहुँचे थे। जीवात्मा जिस आत्मिक चेतना की अनुभूति अपने मन में करती है - वही अनुभूति ईसा मसीह को हुई थी। <ref>Phil. 2:5.</ref> यह वह उपलब्धि है जो शक्ति, विवेक और प्रेम - पिता (father), पुत्र (son) और पवित्र आत्मा (holy spirit) - इन तीनो के संतुलित होने पर किये गए कार्यों से प्राप्त होती है; इसके अतिरिक्त यह हृदय के भीतर संतुलित [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिज्योति लौ]] (threefold flame) के माध्यम से माता (mother) की पवित्रता की प्राप्ति भी है। यह ईश्वर की इच्छा को पूरा करने की आकांक्षा में पूर्ण विश्वास है, यह स्वयं की मुक्ति की आशा भी है जो हम ईश्वर द्वारा दिखाए गए धार्मिक मार्ग पर चलते हुए  प्राप्त करते हैं। यह वह उत्कृष्ट दान है जो प्रभुमय होकर हम देते और लेते हैं।


== See also ==
<span id="See_also"></span>
== इसे भी देखिये ==


[[Christ]]
[[Special:MyLanguage/Christ|आत्मा]]


[[Cosmic consciousness]]
[[Special:MyLanguage/Cosmic consciousness|ब्रह्मांडीय चेतना]] (Cosmic consciousness)


[[God consciousness]]
[[Special:MyLanguage/God consciousness|ईश्वरीय चेतना]] (God consciousness)


[[Mass consciousness]]
[[Special:MyLanguage/Mass consciousness|सामूहिक चेतना]] (Mass consciousness)


[[Human consciousness]]
[[Special:MyLanguage/Human consciousness|मानवी चेतना]] (Human consciousness)


== Sources ==
<span id="Sources"></span>
== स्रोत ==


{{SGA}}.
{{SGA}}.


<references />
<references />

Latest revision as of 10:33, 28 February 2024

आत्मा में और उसके रूप में स्वयं की ईश्वरीय चेतना या जागरूकता; मनुष्य का आत्मिक चेतना के उस स्तर पर पहुँचना जहाँ ईसा मसीह पहुँचे थे। जीवात्मा जिस आत्मिक चेतना की अनुभूति अपने मन में करती है - वही अनुभूति ईसा मसीह को हुई थी। [1] यह वह उपलब्धि है जो शक्ति, विवेक और प्रेम - पिता (father), पुत्र (son) और पवित्र आत्मा (holy spirit) - इन तीनो के संतुलित होने पर किये गए कार्यों से प्राप्त होती है; इसके अतिरिक्त यह हृदय के भीतर संतुलित त्रिज्योति लौ (threefold flame) के माध्यम से माता (mother) की पवित्रता की प्राप्ति भी है। यह ईश्वर की इच्छा को पूरा करने की आकांक्षा में पूर्ण विश्वास है, यह स्वयं की मुक्ति की आशा भी है जो हम ईश्वर द्वारा दिखाए गए धार्मिक मार्ग पर चलते हुए प्राप्त करते हैं। यह वह उत्कृष्ट दान है जो प्रभुमय होकर हम देते और लेते हैं।

इसे भी देखिये

आत्मा

ब्रह्मांडीय चेतना (Cosmic consciousness)

ईश्वरीय चेतना (God consciousness)

सामूहिक चेतना (Mass consciousness)

मानवी चेतना (Human consciousness)

स्रोत

Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation.

  1. Phil. 2:5.