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दिव्य आत्माएं, सबसे पहलेवाले, ईश्वर द्वारा भेजे गए संदेशवाहक हैं जिन्हे ईश्वर ने मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए भेजा है। ये ऐसी सेवा करने वाली आत्माएं जिनको ईश्वर ने [[Special:MyLanguage/Jesus Christ|ईसा मसीह]] के उत्तराधिकारियों (मनुष्यों) को आराम पहुंचाने, रक्षा करने, मार्गदर्शन करने, मज़बूत बनाने, शिक्षा देने, परामर्श देने और सचेत करने भेजा है। ये प्रकाश के संगी-साथी हैं जो पूरे [[Special:MyLanguage/cosmos|ब्रह्माण्ड]] में ईश्वर के बच्चों की सेवा के लिए सदा तत्पर रहते हैं। ये ईश्वर की चेतना से उत्पन्न हुए, स्वयं ईश्वर के द्वारा रचे हुए प्राणी हैं जो पृथ्वी पर मनुष्यों की मदद करने के लिए हैं। देवदूतों के बारे में ईश्वर कहते हैं, "वह अपने दूतों की आत्माओं, अपने सेवकों को पवित्र अग्नि की ज्वाला बनाता है।" | दिव्य आत्माएं, सबसे पहलेवाले, ईश्वर द्वारा भेजे गए संदेशवाहक हैं जिन्हे ईश्वर ने मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए भेजा है। ये ऐसी सेवा करने वाली आत्माएं हैं जिनको ईश्वर ने [[Special:MyLanguage/Jesus Christ|ईसा मसीह]] के उत्तराधिकारियों (मनुष्यों) को आराम पहुंचाने, रक्षा करने, मार्गदर्शन करने, मज़बूत बनाने, शिक्षा देने, परामर्श देने और सचेत करने भेजा है। ये प्रकाश के संगी-साथी हैं जो पूरे [[Special:MyLanguage/cosmos|ब्रह्माण्ड]] में ईश्वर के बच्चों की सेवा के लिए सदा तत्पर रहते हैं। ये ईश्वर की चेतना से उत्पन्न हुए, स्वयं ईश्वर के द्वारा रचे हुए प्राणी हैं जो पृथ्वी पर मनुष्यों की मदद करने के लिए हैं। देवदूतों के बारे में ईश्वर कहते हैं, "वह अपने दूतों की आत्माओं, अपने सेवकों को पवित्र अग्नि की ज्वाला बनाता है।" |
Revision as of 09:20, 25 October 2023
दिव्य आत्माएं, सबसे पहलेवाले, ईश्वर द्वारा भेजे गए संदेशवाहक हैं जिन्हे ईश्वर ने मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए भेजा है। ये ऐसी सेवा करने वाली आत्माएं हैं जिनको ईश्वर ने ईसा मसीह के उत्तराधिकारियों (मनुष्यों) को आराम पहुंचाने, रक्षा करने, मार्गदर्शन करने, मज़बूत बनाने, शिक्षा देने, परामर्श देने और सचेत करने भेजा है। ये प्रकाश के संगी-साथी हैं जो पूरे ब्रह्माण्ड में ईश्वर के बच्चों की सेवा के लिए सदा तत्पर रहते हैं। ये ईश्वर की चेतना से उत्पन्न हुए, स्वयं ईश्वर के द्वारा रचे हुए प्राणी हैं जो पृथ्वी पर मनुष्यों की मदद करने के लिए हैं। देवदूतों के बारे में ईश्वर कहते हैं, "वह अपने दूतों की आत्माओं, अपने सेवकों को पवित्र अग्नि की ज्वाला बनाता है।"