Translations:Keepers of the Flame Fraternity/36/hi: Difference between revisions
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
ईश्वरीय नियमों द्वारा संतुलित कार्यो को करने की आवश्यकता है। यधपि यह सत्य है कि बाहरी आवश्यकतायें पूरी हों, हमें अपने आतंरिक विकास के लिए भी कार्य करना है - आध्यात्मिक उन्नति के लिए अंतर्मन का स्वस्थ और बलिष्ठ रहना अत्यावश्यक है। इसलिए यह आवश्यक है की ईश्वरीय लौ के पालकों के समुदाय के सदस्य नियमित रूप से अनुकूल कल्पना क्रिया से दिव्य आदेश (decrees) करें। कई रोमांचक (thrilling) परियोजनाएँ तैयारी में हैं; इन्हें हम उचित समय पर प्रकट करेंगे। हम आपके जीवन में अपने हृदय से प्रेम के पवित्र प्रकाश का प्रवाहन करेंगे, और जो लोग दिव्यगुरूओं के ज्ञान द्वारा अपना आध्यात्मिक विकास और मानवजाति की सहायता करने को तत्पर हैं, उन्हें आशीर्वाद भी देंगे। |
Latest revision as of 10:38, 11 March 2025
ईश्वरीय नियमों द्वारा संतुलित कार्यो को करने की आवश्यकता है। यधपि यह सत्य है कि बाहरी आवश्यकतायें पूरी हों, हमें अपने आतंरिक विकास के लिए भी कार्य करना है - आध्यात्मिक उन्नति के लिए अंतर्मन का स्वस्थ और बलिष्ठ रहना अत्यावश्यक है। इसलिए यह आवश्यक है की ईश्वरीय लौ के पालकों के समुदाय के सदस्य नियमित रूप से अनुकूल कल्पना क्रिया से दिव्य आदेश (decrees) करें। कई रोमांचक (thrilling) परियोजनाएँ तैयारी में हैं; इन्हें हम उचित समय पर प्रकट करेंगे। हम आपके जीवन में अपने हृदय से प्रेम के पवित्र प्रकाश का प्रवाहन करेंगे, और जो लोग दिव्यगुरूओं के ज्ञान द्वारा अपना आध्यात्मिक विकास और मानवजाति की सहायता करने को तत्पर हैं, उन्हें आशीर्वाद भी देंगे।