Translations:Christ Self/1/hi
"ईश्वरीय स्वरूप मे लुप्त उच्च चेतना (son) जो ईश्वर (father) की कृपा से सत्य से परिपूर्ण पिता की समरूप है " का व्यक्तिगत ध्यान।"[1] सार्वभौमिक आत्मा (Universal Christ) का व्यक्तिगत परिचय जो प्रत्येक जीवात्मा (soul) में है और उसकी वास्तविक पहचान है; प्रत्येक पुरुष, महिला और बच्चे की ईश्वरीय पहचान उत्थान हेतु उनकी जीवात्मा को जाना चाहिए। स्व चेतना मनुष्य और ईश्वर के बीच मध्यस्थ है। यह व्यक्ति का अपना निजी शिक्षक, गुरु और सिद्ध पुरुष है जो उसके मन मंदिर की परम पवित्र वेदी (ईश्वरीय स्वरूप) (I AM Presence) के समक्ष उच्च पुजारी के रूप में कार्य करता है।
- ↑ John 1:14.