मानवी इकाई
स्वयं का संपूर्ण बल क्षेत्र, प्रभावों के परस्पर जुड़े हुए क्षेत्र - वंशानुगत, पर्यावरणीय, कार्मिक - जो उस आत्म-जागरूकता का निर्माण करते हैं जिससे मानव स्वयं को पहचानता है। कम या गैर-जागरूकता का संदर्भ बिंदु जिसमें से सभी मानवजाति को स्व चेतना के रूप में वास्तविक स्व की प्राप्ति के लिए विकसित होना चाहिए।
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Sources
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation.