Translations:Adept/6/hi
मेरे प्रियजनों, मैं आपके समक्ष ऐसा करने का प्रस्ताव रखती हूँ। आपके इस प्रेमपूर्ण कार्य से, इस तरह के त्याग से, और इस रास्ते पर चलने में जो भी कष्ट आपके समक्ष आएंगे, उन सब के बदले में आपको पुण्य का प्रतिफल भी मिलेगा। परन्तु इस प्रतिफल को पाने क लिए आपको ईश्वर से अनुरोध करना होगा।[1]
- ↑ मदर मेरी, “The Ineffable Love of Our Oneness,” २४ दिसंबर १९९३, published in Pearls of Wisdom, vol. 36, no. 70, २९ दिसंबर १९९३,में प्रकाशित.