ईश्वरीय स्वरूप

From TSL Encyclopedia
Revision as of 11:39, 14 March 2024 by RajKumari (talk | contribs) (Created page with "ईश्वरीय स्वरूप; प्रत्येक जीवात्मा में ईश्वर की व्यक्तिगत उपस्थिति का केंद्र। व्यक्ति की ईश्वर-पहचान; '''दिव्य इकाई'''; व्यक्तिगत स्रोत। आत्मा के स्तरों में केंद्रित ज...")

ईश्वरीय स्वरूप; प्रत्येक जीवात्मा में ईश्वर की व्यक्तिगत उपस्थिति का केंद्र। व्यक्ति की ईश्वर-पहचान; दिव्य इकाई; व्यक्तिगत स्रोत। आत्मा के स्तरों में केंद्रित जीवात्मा की उत्पत्ति जोकि भौतिक रूप के ठीक ऊपर है; व्यक्ति के लिए ईश्वरीय लौ का मानवीकरण।

See also

Chart of Your Divine Self

Permanent atom of being

Sources

Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation.

Exod. 3:13–15.