Translations:Mary, the mother of Jesus/16/hi
इस जन्म से हज़ारों साल पहले, मेरी ने पाँचवीं किरण का आह्वान किया था। उन्होंने इस बात का भी अध्ययन किया था कि आत्मा का सही रूप क्या है और उसे कैसे धारण किया जा सकता है; इसके लिए किस वस्तु की आवश्यकता है - फूल, मंदिर, लौ, कोई कलाकृति या फिर एक पूरी सभ्यता! चाहे कुछ भी हो पर एक ऐसी जीवनधारा अवश्य होनी चाहिए जो इस कार्य के प्रति पूर्णरूप से समर्पित हो, जो इसके विभिन्न अंशों की कल्पना कर पाए और जिसकी चेतना इतनी सशक्त हो कि पवित्र आत्मा की ऊर्जावान शक्ति उस चेतना से प्रवाहित हो इसे रूप और जीवन दे पाए। यह कार्य ईश्वरत्व के मातृत्व की स्त्री किरण के प्रतिनिधि का है। मेंरी ने जीसस के लिए इस भूमिका को निभाया, और इसलिए उनकी चेतना के माध्यम से जीसस में पवित्रता, शक्ति और प्रेम का उदय हुआ जिसने वे अपने मिशन को पूरा करने में समर्थ हुए।