हीरे का हृदय (Diamond heart)
ईश्वर की इच्छा की पवित्र अग्नि (sacred fire) का संकेंद्रण (concentration) जो उन भक्तों के दिलों में हीरे के सांचे (matrix) के रूप में एकत्रित होता है जो ईश्वर की इच्छा में पूर्ण विश्वास रखते हैं और ईश्वर की दिव्य योजना (divine plan) के अनुसार जीवन यापन करते हैं। इसलिए इस शब्द का उपयोग दिय्वगुरूओं (ascended masters), देवदूतों देव (devas), और शिष्यों (Chelas) के हृदय का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो ईश्वर की इच्छा को मूर्त रूप देते हैं; ये अक्सर एल मोर्या (El Morya) और जीसस की मां मेरी (Mother Mary) से जुड़े होते हैं।
ईश्वर का हृदय हीरे की तरह शुद्ध, स्वच्छ और निर्मल है, इसकी कठोरता प्रत्येक उस कुटिल योजना का विरोध करती है जो ईश्वर की इच्छा के अनुरूप नहीं है। इसके अतिरिक्त यह संपूर्ण सृष्टि में प्रेम और विवेक की प्रतिभा (brilliance) तथा दिव्यगुरूओं और अदिव्य भगवान के पुत्रों और पुत्रियों के आत्मिक गुणों और ईश्वरीय शक्तियों को भी दर्शाता है।
इसे भी देखिये
हीरे के हृदय का वर्ग (Order of the Diamond Heart)
अधिक जानकारी के लिए
मदर मैरी, "द ऑर्डर ऑफ़ द डायमंड हार्ट (The Order of the Diamond Heart)," Pearls of Wisdom, vol. ५१, no. ६.
ईसा मसीह, "द ऑवर ऑफ़ दाय विक्ट्री डराइथ नाई (The Hour of Thy Victory Draweth Nigh) Pearls of Wisdom, vol. ३०, no. ८४.
Jesus and Kuthumi, Corona Class Lessons: For Those Who Would Teach Men the Way, ९०-९१ पृष्ठ
स्रोत
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation