पथ/ मार्ग

वह संकीर्ण मार्ग जो संकरे द्वार से मनुष्य को जीवन की ओर ले जाता है।[1] दीक्षा का वह मार्ग जिसके द्वारा आत्मिक चेतना का अनुसरण करने वाला शिष्य कदम-कदम पर आने वाली चुन्नौतियों को पार करता है, और अंत में मोक्ष प्राप्त कर ईश्वर से पुनः मिल जाता है।
अधिक जानकारी के लिए
El Morya, The Chela and the Path: Keys to Soul Mastery in the Aquarian Age
स्रोत
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation
- ↑ Matt ७:१४.