Cosmic consciousness/hi: Difference between revisions
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(2) मनुष्य की स्वयं के बारे में जागरूकता, जैसे वह रहता है, व्यवहार करता है, और स्वयं को ब्रह्मांडीय आत्म-जागरूकता के क्षेत्र में पाता है। महान ईश्वर स्व में और उसके माध्यम से ब्रह्मांड के चक्रों को पूरा करने के बारे में जागरूकता; ब्रह्मांडीय आयामों में ईश्वर का एक अंश होने के बारे में स्वयं की जागरूकता; [[ब्रह्मांडीय आत्मा]] के आशीर्वाद के माध्यम से दीक्षा की प्राप्ति, जिससे सार्वभौमिक ईश्वर में आत्म-साक्षात्कार हो सके। | (2) मनुष्य की स्वयं के बारे में जागरूकता, जैसे वह रहता है, व्यवहार करता है, और स्वयं को ब्रह्मांडीय आत्म-जागरूकता के क्षेत्र में पाता है। महान ईश्वर स्व में और उसके माध्यम से ब्रह्मांड के चक्रों को पूरा करने के बारे में जागरूकता; ब्रह्मांडीय आयामों में ईश्वर का एक अंश होने के बारे में स्वयं की जागरूकता; [[ब्रह्मांडीय आत्मा]] के आशीर्वाद के माध्यम से दीक्षा की प्राप्ति, जिससे सार्वभौमिक ईश्वर में आत्म-साक्षात्कार हो सके। | ||
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Revision as of 10:33, 26 December 2023
(१) ईश्वर की इस बारे में जागरूकता कि वह ब्रह्माण्ड का एक हिस्सा भी है तथा संपूर्ण ब्रह्माण्ड भी।
(2) मनुष्य की स्वयं के बारे में जागरूकता, जैसे वह रहता है, व्यवहार करता है, और स्वयं को ब्रह्मांडीय आत्म-जागरूकता के क्षेत्र में पाता है। महान ईश्वर स्व में और उसके माध्यम से ब्रह्मांड के चक्रों को पूरा करने के बारे में जागरूकता; ब्रह्मांडीय आयामों में ईश्वर का एक अंश होने के बारे में स्वयं की जागरूकता; ब्रह्मांडीय आत्मा के आशीर्वाद के माध्यम से दीक्षा की प्राप्ति, जिससे सार्वभौमिक ईश्वर में आत्म-साक्षात्कार हो सके।
इसे भी देखिये
Sources
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation.