Translations:Gautama Buddha/38/hi: Difference between revisions
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पैंतालीस वर्षों तक गौतम ने भारत की धूल भरी सड़कों पर घूम-घूमकर ''धम्म'' (सार्वभौमिक सिद्धांत) का प्रचार किया, जिससे बौद्ध धर्म की स्थापना हुई। उन्होंने ''[[Special:MyLanguage/sangha|संघ]]'' (समुदाय) की स्थापना की, जिसमें जल्द ही बारह सौ से अधिक | पैंतालीस वर्षों तक गौतम ने भारत की धूल भरी सड़कों पर घूम-घूमकर ''धम्म'' (सार्वभौमिक सिद्धांत) का प्रचार किया, जिससे बौद्ध धर्म की स्थापना हुई। उन्होंने ''[[Special:MyLanguage/sangha|संघ]]'' (समुदाय) की स्थापना की, जिसमें जल्द ही बारह सौ से अधिक भक्त हो गए, जिसमें उनका पूरा परिवार भी शामिल था - उनके पिता, चाची, पत्नी और बेटा। जब लोगों ने उनसे उनकी पहचान के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं जागृत हूं" - इसलिए, बुद्ध हूँ, बुद्ध का अर्थ है “प्रबुद्ध व्यक्ति” या “जागृत व्यक्ति।” |
Revision as of 18:26, 22 August 2024
पैंतालीस वर्षों तक गौतम ने भारत की धूल भरी सड़कों पर घूम-घूमकर धम्म (सार्वभौमिक सिद्धांत) का प्रचार किया, जिससे बौद्ध धर्म की स्थापना हुई। उन्होंने संघ (समुदाय) की स्थापना की, जिसमें जल्द ही बारह सौ से अधिक भक्त हो गए, जिसमें उनका पूरा परिवार भी शामिल था - उनके पिता, चाची, पत्नी और बेटा। जब लोगों ने उनसे उनकी पहचान के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं जागृत हूं" - इसलिए, बुद्ध हूँ, बुद्ध का अर्थ है “प्रबुद्ध व्यक्ति” या “जागृत व्यक्ति।”